भीष्म पितामह कहे जाने वाले वर्तमान सांसद राधामोहन सिंह (भाजपा) या डॉ. राजेश कुमार(महागठबंधन)
बिहार का मोतिहारी लोकसभा जहां से महात्मा गांधी ने देश का पहला सत्याग्रह शुरू किया था. जो काफी चर्चा में है. इस सीट से 2019 में बीजेपी उम्मीदवार राधामोहन सिंह अपने विपक्षी उम्मीदवार आकाश सिंह को भारी मार्जिन से हराया था। लेकिन इस बार मुकाबला इतना आसान नहीं है राधामोहन सिंह के लिए क्योंकि उनके सामने महागठबंधन ने केसरिया के पूर्व विधायक डॉ. राजेश कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है
कौन हैं डॉ. राजेश कुमार ?
डॉ. राजेश कुमार पेश से एक डॉक्टर हैं जिनका क्लिनिक केसरिया में हैं ओ 2015 विधान सभा चुनाव में महागठबंधन के टिकट से चुनाव लड़े थे और ओ बीजेपी के उम्मीदवार राजेंद्र गुप्ता को भारी मार्जिन से हराया था।
कहा जाता है कि वो कुशवाहा समाज से आते हैं या उनकी लोकप्रियता मुस्लिम, यादव, दलित और ओबीसी समाज में काफी है
राधामोहन सिंह (वर्तमान सांसद)
राधामोहन सिंह जो पिछले 20 वर्षों से मोतिहारी के एमपी रह रहे हैं।
कुछ राजनेता उनको भीष्म पितामह कहते हैं।
उनकी भी लोकप्रियता सभी समाजों में हैं खासर वैश्य समाज के लोग उनको काफी मानते हैं लेकिन इस बार के चुनाव में कुछ अलग सा देखने को मिल रहा है, माना जा रहा है कि वैश्य समाज के लोग इनसे काफी नाराज हैं बहुत सारे मुद्दे के लेकर , इसलिए देखना है कि इस बार इनका क्या प्रभाव रहता है? या कोई बदलाव हो सकता है?
Leave a Reply